एक कप इश्क़



एक कप कॉफ़ी के वजह से बहुत से दिल जुड़ते है रिश्ते बनते हैं ।
और लगभग हर प्रेम की शुरुआत का दौर इसके इर्दगिर्द ही होता है ।
कॉफ़ी महज़ दूध और चीनी और खूब सारे झाग और भुने पिसे हुवे कॉफी के कारण स्वाद नही आता है ।
बल्कि उसमे अहसास का भी सटीक मात्रा मिलना होता है और अनुभव का भी ।
कॉफ़ी जहाँ दिल को मिलता है , वही दोस्तो के घण्टे गपो में भी साथी होता है ।
युवा में कॉफ़ी खासा लोकप्रिय है ।
और भारत इस को समझ गया तभी तो,
 यहां CCD जैसे चैन कॉफ़ी शाप खुल गया जो जो तमिलनाडु से शुरू हो कि पूरे देश मे फैला और कॉफ़ी की लोकप्रियता कॉरपोरेट से सामान्य जन तक आयी ।
लेकिन कॉफ़ी आज कॉफ़ी दिवस है, जो सभी कॉफी पसन्द करने वाले के लिए ख़ास मैं भी उनमें से एक हूं ।
ह शायद छोटे शहर में इसकी पहुँच कम हो पर बड़े शहर में इसकी खूब साख़ है ।
वैसे इश्क़ मुकम्मल हुवा तो कॉफ़ी शॉप में वरना दिल टूटा तो मयखाने तो है ही ।
ख़ैर कॉफ़ी पीजिए ख़ुश रहिये ।
©अशोक द्विवेदी "दिव्य"

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