हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कृष्ण जन्माष्टमी पूरे देश में एवं मुख्य रूप से वैष्णव संप्रदाय में बहुत ही ज्यादा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाते हैं।
क्योंकि वैष्णव संप्रदाय के लिए यह एक बड़ा पर्व है क्योंकि कृष्ण इनके उपासक देव है। लेकिन केवल हर वर्ष अच्छे पकवान व्रत पूजा-पाठ और बच्चों को कृष्णा बनाकर प्रदर्शन करने के अलावा हमें यह समझने की जरूरत है कि हम सिर्फ हमसे कितना सीख रहे हैं और अपने व्यावहारिक जीवन में उसे उपयोग में ला रहे हैं या बस केवल ऊपरी सतह के दिखावटी भक्त है ना कि दीर्घ उपासक है।
जीवन का कोई ऐसा आयाम नहीं है जिसमें कृष्ण ने सबसे उच्चतम आदर्श स्थापित न किए हो ।
जब वह बाल अवस्था में थे तो वैसे ही संपूर्ण लीलाएं की भारत की सारी माताएं अपने बच्चों को लड्डू कहने
लगी प्रेम में डूबे तो ऐसा डूबे की प्रेम की उच्चतम स्तर की परिभाषा स्थापित कर दी,और जब न्याय युद्ध के क्षेत्र में आए तो उस क्षेत्र में भी सर्वोच्च प्रदर्शन किया और पूरे मानव जाति के लिए जीवन का एक दर्शन श्रीमद्भागवत गीता ज्ञान अर्जुन को दिया।
कृष्ण एक सम्पूर्ण पुरुष है। हर रंग उनमें समहित है और हर रसों के स्वामी और मुक्तिदाता है।
कृष्ण ने सभी को अपनी कलाओं के माध्यम से प्रतीकात्मक ज्ञान दे चुके हैं।
मानव में शायद ही कुछ लोग हैं,जो उनके बताए सूत्रों का सही अर्थ और प्रयोग सही तरीके से अपने जीवन में कर पाते होंगे,क्योंकि जो लोग जिस तासीर के हैं कृष्ण उसे उन्हीं तासीर के ही देखते हैं अगर कोई बहुत अच्छा पुत्र है वह भी अपना आदर्श कृष्ण को मान सकता है अगर कोई बहुत अच्छा प्रेमी है वह भी कृष्ण को अपना आदर्श मान सकता है अगर कोई बहुत नीति कार और कूटनीतिक व्यक्ति को वह भी अपना आदर्श कृष्णा को मान सकता है । कोई अच्छा मित्र हैं तो वो भी कृष्ण को अपना आदर्श मान सकता है ।
कृष्ण भक्ति शाखा की खूबसूरती ही यही है,कि आप कृष्ण को जिस रूप में देखना और पाना चाहता है,वह उस रूप में आपको उपलब्ध होते हैं ।
आज के दिन मथुरा वृंदावन दिल्ली से सटे क्षेत्र पंजाब हरियाणा खाटू श्याम जी इन सारे जगहों पर जहां लड्डू गोपाल जी की खूब सेवा होती हैं।
कृष्ण भक्ति काफी प्रचलन में है, ऐसी जगह में कृष्ण जन्माष्टमी बहुत ही धूमधाम हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, लेकिन इन सभी बातों से हम को यह समझना होगा कि कृष्ण के जन्म का उत्सव मनाना वाकई आनंदमय है, लेकिन उनके बताए रास्तों पर चलना और जीवन में उतारना उससे ज्यादा महत्वपूर्ण और जीवन में सार्थक है आप सभी को कृष्ण जन्माष्टमी की ढेरों शुभकामनाएं जय कन्हैया लाल की मदन गोपाल की
बेहद ही खुबसुरत लेख😊
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!!
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