वर्ल्ड मेंस्ट्रुएशन हाइजीन डे

हमारे प्रकृति ने सबसे सुन्दर रचना जो बनाई है वो स्त्री है और हर स्त्री का मासिक धर्म उसके स्त्रीत्व का प्रतिक है, जिसके बारे में आज भी भारत में काफी कम जागरूकता रही है, लेकिन पिछले कुछ समय से हमारे समाज में कुछ मूलभूत बदलाव आने शुरू हुवे है ।

लेकिन अभी भी एक बड़ा हिस्सा आज भी इसके महत्व को अभी भी नही समझ पाए है और हेय दृष्टि से देखते है , जिसे अब समय के अनुसार बदलना होगा और इसकी शुरुवात शिक्षा और जागरूक होने से ही हम स्त्री समाज कि मदद कर सकते है और उन्हें कमतर नहीं बल्कि बेहतर सुरक्षित समाज दे सकते है,आज के समय में स्त्री ही नही बल्कि हर पुरुष को भी इस मामले में जागरूक और संवेदनशील होनें की जरूरत है।

अब महिलाएं किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं हैं। हालांकि कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां महिलाओं को आज भी भेदभाव का सामना करना पड़ता है। समय के साथ बदलाव हुए हैं, जहां वह अपने अधिकारों के साथ-साथ शारीरिक परेशानियों को खुलकर बात कर रही हैं, लेकिन इसके बावजूद कुछ ऐसे भी मामले में हैं, जिन्हें दूसरों के सामने बात करने से कतराती हैं उन्हीं में से एक है माहवारी। 

जिसे आम भाषा में पीरियड कहते हैं, महिलाएं हर महीने पीरियड से जुड़ी तमाम तरह की परेशानियों का सामना करती हैं।

इसी बात को ध्यान में रखते पूरे विश्व में हर साल 28 मई का दिन दुनियाभर में वर्ल्ड मेंस्ट्रुएशन हाइजीन डे के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का मकसद है कि महिलाओं को पीरियड्स से जुड़ी कुछ मुख्य चीजें बताई जाएं। हर महीने 5 दिनों तक महिलाएं पीरियड्स होती हैं। यह 5 दिन महिलाओं के लिए काफी मुश्किल से भरा होता है। 
माहवारी या मासिक धर्म के प्रति स्वच्छता रखने और भ्रांतियां मिटाने के लिए प्रतिवर्ष 28 मई को विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया जाता है।

अब आप ये भी सोच रहे होगे कि 28 तारीख ही क्यू चूना गया तो इसकी वजह ये है की
 आमतौर पर महिलाओं को मासिक धर्म 28 दिनों के भीतर होता है। 28 दिनों के इसी मेंस्ट्रुअल साइकिल को हाइलाइट करने के लिए 28 मई का दिन चुना गया है। इसलिए 28 को ही वर्ल्ड मेंस्ट्रुएशन हाइजीन डे मनाया जाता है।
इसलिए आप सभी से निवेदन है कि एक बेहतर समाज की आधार स्त्री होती है और उसे अच्छा और सुरक्षित माहौल देना हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है ।

सभी महिलाओं को वर्ल्ड मेंस्ट्रुएशन हाइजीन डे कि शुभकामनाएं ।

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